पावन नगरी काशी में गंगा नदी ने विकराल रूप ले लिया है। लगातार बढ़ रहे जलस्तर के चलते अब तक 1000 से अधिक छोटे-बड़े मंदिर गंगा की धारा में समा चुके हैं, वहीं वाराणसी के सभी गंगा घाटों का आपसी संपर्क पूरी तरह से टूट गया है।
हालात इस कदर बिगड़े हैं कि अब घाटों पर होने वाली विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती गलियों और मकानों की छतों पर आयोजित की जा रही है।
नाव संचालन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों की आवाजाही भी ठप हो गई है।
गंगा घाटों के आसपास बैरिकेडिंग लगाई गई है, और जल पुलिस व एनडीआरएफ की टीमें लगातार गश्त कर लोगों को सतर्क कर रही हैं। प्रशासन ने घाटों की ओर न जाने की अपील की है।
गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनते जा रहे हैं। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।